गेलों विदूषक ठरुनी सुहास !

By admin, 30 December, 2023

गेलों विदूषक ठरुनी सुहास !
दान्ते-नि-शेक्सपिअर-संगत आसपास
कोठे तरी स्वमरणोत्तर भाग्यकालीं—!
हाही विचार न कमी मज शांतिदायी.

कवितासंग्रह

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